6; उसी दिन से भारतीय जनता पार्टी के अनेक नेता जोर-जोर से
यह कह रहे हैं कि नरेन्द्र मोदी में प्रधानमंत्री बनने
भारत के जेलों में कैदी :
मताधिकार से कब तक वंचित !
अफ़जल के बहाने
अपने
निहित स्वार्थों की खातिर राजनीतिक दल देश में वैमनस्यता और कटुता के बीज बोने
से भी नहीं हिचकते हैं। इसका ताज़ा उदाहरण हैं भाजपा के वेटिंग इन प्रधानमंत्री
लालकृष्ण आडवाणी>महेश बाग़ी
ग्लोबल वार्मिंग की आहट- धरती का 'आटा गीला है' आसमान का तवा गरम है,
हमारे बीच के एक वरिष्ठ कवि स्व. जीवनलाल वर्मा 'विद्रोही' की पांच दशक पहले लिखी गई एक विताय की ये पंक्तियां 'हवा गरम है, हवा गरम है/ धारती का 'आटा-गीला' है/ आसमान का तवा गरम हैं' इन दिनों सहसा ही जुबानो >राजेंद्र जोशी
जल संरक्षण-कृषिगत उपाय भी जरूर
आज चारों ओर जल संकट व्याप्त है। हर क्षेत्र में जल संरक्षण के उपाय अपनाने पर जोर दिया जा रहा है, ऐसे में कृषि क्षेत्र, जिसकी अनिवार्य आवश्यकता पानी है, में भी जल संरक्षण के उपाय अपनाना ज़रूरी है। इस समय >स्वाति शर्मा
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भीषण जल संकट
अल्पवर्षा के चलते समूचा मध्यप्रदेश भीषण जल
संकट की चपेट में है। सूरज के आग उगलने से स्थिति और गंभीर हो गई है। पानी
के चलते मवेशी मरने लगे हैं। गांवों से बडे पैमाने पर पलायन हो रहा है।
हजारों